अपनी आबरू बचाने को नशा मुक्ति केद्र से भागी थी युवतियां

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देहरादून। टीएलआई
दुष्कर्म, छेड़छाड़ और मारपीट से आहत होकर नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियां फरार हुई थीं। इसका खुलासा होते है पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने जहां महिला डायरेक्टर को गिरफ्तार कर मामले की जांच में जुट गई है, वहां नशा मुक्ति केंद्र का संचालक फरार हो गया है।
देहरादून के क्लेमेंटटाउन स्थित नशा मुक्ति केंद्र में बाहर से ताल लगाकर चार युवतियां गुरुवार को भाग गई थीं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने चारों की तलाश शुरू की। एक युवती को पुलिस ने बंजारावाला क्षेत्र से पकड़ लिया जबकि तीन को त्यागी रोड स्थित एक होटल से पकड़ा। पूछताछ में चारों ने भागने के पीछे की जो कहानी बताई उससे हड़कंप मच गया। एक युवती ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने उसके कई बार दुष्कर्म किया। अन्य तीनों से भी वह छेड़छाड़ करता था। यही नहीं शिकायत करने पर डॉयरेक्टर ने लड़कियों के साथ ही मारपीट की। अपनी अबारू बचाने के लिए चारों वहां से भागीं थी। युवतियों के बयान लेने के बाद पुलिस ने संचालक व डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर महिला डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, दुष्कर्म का आरोपी संचालक फरार हो गया है।  पीड़ित युवती ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र में बहुत गलत काम होते थे। वह स्मैक की आदी हो गई थी। इसलिए उसके माता-पिता ने नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया था। उसने बताया कि पहले ते सब ठीक-ठाक रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद केंद्र संचालक विद्यादत्त रतूड़ी ने स्मैक देने का लालच देकर शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। इनकार करने पर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे स्मैक का नशा दे दिया। आरोप है कि इसके बाद कई बार इसी तरह से उसने दुष्कर्म किया। इसकी शिकायत जब उसने यहां की डायरेक्टर विभा सिंह से की तो उसने डंडों से उसे पीटा। अन्य युवतियों ने भी पुलिस को बताया कि संचालक उनके साथ भी बहुत भद्दी तरह से छेड़छाड़ करता था। शिकायत करने पर विभा सिंह बुरी तरह मारती थी। सीओ सदर अनुज कुमार सिंह ने बताया कि युवतियों की शिकायत पर विद्यादत्त रतूड़ी व विभा सिंह के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट, गाली गलौच और आपराधिक षड़यंत्र का मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से विभा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। विद्यादत्त रतूड़ी की तलाश की जा रही है। 

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