संदेशखाली मामले में गिरफ्तार शाहजहां शेख को टीएमसी ने पार्टी से निकाला

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बशीरहाट। पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के संदेशखाली मामले में गिरफ्तार शाहजहां शेख को तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है। संदेशाली मामले में 55 दिन से फरार चल रहे शाहजहां शेख पर ईडी अफसरों पर हमला, स्थानीय महिलाओं का यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोप हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि शाहजहां शेख को उत्तर 24 परगना जिले के सुंदरबन के बाहरी इलाके में संदेशखाली से लगभग 30 किलोमीटर दूर मिनाखान थाना क्षेत्र में एक घर से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे बशीरहाट अदालत में पेश किया गया जिसने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने शेख सुबह करीब 10 बजकर 40 बजे हवालात से बाहर आया और अदालत कक्ष की ओर चल दिया। मुश्किल से दो मिनट तक चली अदालती सुनवाई के बाद पुलिस उसे अज्ञात स्थान पर ले गई। शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस ने उसे पार्टी से निकाल दिया। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पार्टी के बाहुबली नेता शाहजहां शेख को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया। संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र का पार्टी संयोजक शेख उत्तर 24 परगना जिला परिषद के सदस्य भी है। उत्तर 24 परगना जिला परिषद पर तृणमूल का कब्जा है। ब्रायन ने कहा कि हमेशा की तरह हम अपनी बात पर अडिग हैं। हमने अतीत में भी ऐसे उदाहरण स्थापित किए हैं और आज भी हम ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भाजपा को उन नेताओं को निलंबित करने की चुनौती देते हैं, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार और कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
वहीं पुलिस ने बताया कि शेख को कथित राशन घोटाला मामले में पांच जनवरी को उसके घर पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले के संबंध में नजात थाने में दर्ज दो मामलों में गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि उसके खिलाफ धाराओं 147 (दंगा करना), 148 (घातक हथियार से लैस होकर दंगा करना), 149 (गैरकानूनी सभा), 307 (हत्या का प्रयास), 333 (लोक सेवक को जान-बूझकर गंभीर चोट पहुंचाना) और 392 (डकैती) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में शेख के खिलाफ 100 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं। इस दौरान उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ। उन्होंने बताया कि शेख और उसके सहयोगियों के खिलाफ धारा 376डी (सामूहिक दुष्कर्म) समेत कई मामले दर्ज किये गए हैं। पुलिस ने बताया कि ज्यादातर शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि शाहजहां ने लोगों की जमीन पर कब्जा कर लिया और इलाके की महिलाओं पर अत्याचार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शेख का पता उसके मोबाइल फोन की लोकेशन से चला। उन्होंने कहा कि शेख समय-समय पर अपना स्थान बदल रहा था। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में पांच जनवरी को लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने ईडी के अधिकारियों पर उस वक्त हमला कर दिया था जब वे राज्य में कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में शेख के परिसर पर छापेमारी के लिए गये थे।

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