पाकिस्तान की बागडोर फिर शहबाज शरीफ के हाथ, बने प्रधानमंत्री

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इस्लामाबाद। शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वह 2022 के बाद दूसरी बार देश की बागडोर संभालेंगे। शहबाज ने दूसरी बार ऐसे समय में पाकिस्तान की बागडोर संभाली है, जब देश आर्थिक बदहाली का सामना कर रहा है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 72 वर्षीय शहबाज को पद की शपथ दिलाई।
समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज, कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ और सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह भी उपस्थित थे। साथ ही तीनों सेनाओं के प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी, राजनयिक, प्रमुख कारोबारी, नागरिक समाज और मीडिया संगठनों के सदस्य शामिल हुए। संसद भंग होने से पहले शहबाज शरीफ ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। रविवार को पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज शरीफ (72) को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले थे, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक हैं। वहीं जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सरदार एयाज सादिक ने नतीजों की घोषणा करते हुए शहबाज को पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। बता दें, यह शपथ ग्रहण समारोह पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बीच गठबंधन सरकार बनाने के लिए सहमति बनने के कुछ दिनों बाद हो रहा है। पीपीपी के अलावा शहबाज को मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू), बलूचिस्तान अवामी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (जेड), इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी और नेशनल पार्टी का समर्थन प्राप्त था। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री सैयद यूसुफ रजा गिलानी का सीनेट (पाक की संसद के ऊपरी सदन) का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। उन्होंने इस पद के लिए चुनाव की खातिर अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया है। यह जानकारी सोमवार को मीडिया की एक खबर से मिली। गिलानी ने 8 फरवरी को हुए चुनाव में पंजाब प्रांत के मुल्तान से नेशनल असेंबली के लिए जीत हासिल की थी। उन्होंने अपनी सीट खाली कर दी है और अब वह इस्लामाबाद से सीनेट की सीट के लिए चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 2008 से 2012 तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने वाले गिलानी का मुकाबला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के चौधरी इलियास मेहरबान से होगा। वह मेहरबान सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के उम्मीदवार होंगे क्योंकि पीटीआई का नेशनल असेंबली में प्रतिनिधित्व नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि खान की पार्टी चुनाव नहीं लड़ सकती। पांच अन्य सीनेट सीट के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं।

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