उत्तराखंड में नौकरी के नाम पर 62 लाख की ठगी

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देहरादून। अनीता रावत

उत्तराखंड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दस युवकों से 62 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों की शिकायत पर पटेलनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सचिवालय और परिवहन विभाग में नौकरी के नाम पर 62 लाख रुपये हड़पने वालों की शासन में ऊंची पकड़ से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसमें सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। ठगी के शिकार कुछ पीड़ितों का संचिवालय में इंटरव्यू लिया गया और विधानसभा में बुलाकर रकम ली गई। पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार पीड़ित मनीष कुमार के मुताबिक नौकरी की डील तय होने पर कुछ युवकों को 15 मई 2019 को सचिवालय में बुलाया गया। गेट पर चेतन पांडे और कमल पांडे मिले। उन्होंने पास बनवाया। इसके बाद सचिवालय में एक कक्ष में ले गए। वहां ललित बिष्ट ने उनका इंटरव्यू लिया। ठगी के शिकार युवक करीब डेढ़ घंटे तक सचिवालय में रहे। इस दौरान वहां कई अन्य लोग भी मौजूद थे और सरकारी कामकाज चल रहा था। 28 मई 2019 को पीड़ितों का दून अस्पताल में मेडिकल कराया गया। चार जून 2020 को सचिवालय में बुलाकर चेतन पांडे से बात कराकर ललित बिष्ट ने उन्हें नियुक्ति पत्र दिए। वहीं पीड़ितों ने कमल किशोर पाण्डे के खाते में साढ़े तीन लाख रुपये जमा किए। 40 लाख रुपये आईएसबीटी के पास चेतन पांडे, कमल, मनोज नेगी और ललित बिष्ट को नगद दिए गए। बाकी की रकम आरोपियों ने पीड़ितों को विधानसभा में बुलाकर ली। वहां कमल और ललित बिष्ट मौजूद थे। आरोपी राजस्थान नंबर की कार से पीड़ितों को आईएसबीटी के पास मिले थे। इंटरव्यू और अन्य काम के लिए युवकों को सचिवालय में बुलाया गया। पीड़ित को इसके बाद लगा कि उनकी ऊंची पहुंच है। वह झांसे में आ गए। आरोपियों ने फर्जी नियुक्ति पत्र भी पीड़ितों को सौंपे। सभी नौ युवकों ने नौकरी के झांसे में आकर 62 लाख रुपये चुका दिए। इसके बाद भी नौकरी नहीं मिली तो उन्हें ठगी का पता लगा। गौरतलब है कि पीड़ित मनीष कुमार पुत्र रामगोपाल निवासी गौशाला नदी रोड, जिला मुजफ्फरनगर वर्ष 2018 में मेरठ निवासी परिचित बृजपाल सिंह के साथ दून में एक शादी समारोह में आया था। वहां मनीष को कमल किशोर पाण्डे पुत्र गिरीश चंद्र पांडे निवासी सर्कुलर रोड, उसके भाई चेतन पांडे निवासी गली नंबर तीन, पटेलनगर मिले। चेतन पांडे ने खुद को सूचना विभाग में अधिकारी और कमल किशोर को प्रशासनिक अधिकारी बताया और नौकरी लगाने का झांसा दिया। एसएसपी कार्यालय में इसकी तहरीर दी गई। इंस्पेक्टर पटेलनगर प्रदीप राणा ने बताया कि तहरीर पर कमल, चेतन पांडे, ललित बिष्ट, मनोज नेगी के खिलाफ धोखाधड़ी कर रकम हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस साक्ष्य जुटाकर आरोपों की जांच कर रही है।

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