एशियाई पड़ोसियों के साथ टकराव नहीं चाहता चीन

अंतरराष्ट्रीय

बीजिंग। दक्षिण चीन सागर विवाद और भारत के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा मुद्दे को लेकर चीन ने अपने एशियाई पड़ोसियों के साथ बढ़ते तनावों को तवज्जो नहीं देने की सोमवार को कोशिश करते हुए कहा कि ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) रफ्तार पकड़ रही है तथा क्षेत्र के देशों के साथ व्यापार तेजी से बढ़ रहा है।
चीन की संसद नेशनल पीपल्स कांग्रेस (एनपीसी) के प्रवक्ता लोउ किनजियान ने कहा कि देश के समग्र राजनयिक कार्य में पड़ोसी देशों को उच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, हिंद-चीन प्रायद्वीप, मध्य एशिया के सभी देश चीन के साथ साझा भविष्य वाला समुदाय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। लोउ ने कहा, आपने दक्षिण चीन सागर का उल्लेख किया। इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि चीन अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री अधिकारों और हितों की रक्षा करना जारी रखेगा। साथ ही, हम संबंधित देशों के साथ बातचीत और परामर्श के माध्यम से प्रासंगिक मुद्दों से निपटेंगे और संयुक्त रूप से दक्षिण चीन सागर में शांति व स्थिरता की रक्षा करेंगे। वहीं अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के ‘क्वाड’ गठबंधन पर लोउ ने कहा, चीन गुटीय टकराव का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ चीन का सहयोग खुला और समावेशी है, विशेष नहीं। उन्होंने कहा कि बीआरआई ने अधिक लाभ पहुंचाए हैं।

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