वॉशिंगटन। जेम्सवेब स्पेस टेलीस्कोप ने पृथ्वी से ढाई गुना बड़े ग्रह के2-18बी के वायुमंडल में ऐसे संकेत पाए हैं, जो जीवन के अस्तित्व की ओर इशारा कर रहे हैं। यह ग्रह एक लाल तारे की परिक्रमा करता है और पृथ्वी से लगभग 124 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित है। द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। अध्ययन का नेतृत्व कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के खगोलशास्त्री डॉ. निक्कू माधुसूधन ने किया है। उन्होंने पाया कि इस ग्रह की वायुमंडलीय संरचना में डायमेथिल सल्फाइड और डायमेथिल डाइसाल्फाइड जैसी गैसें मौजूद हैं, जो पृथ्वी पर समुद्री शैवाल जैसे सूक्ष्मजीवों के द्वारा उत्पन्न होती है। इन गैसों का उच्च स्तर जीवन के संभावित संकेत के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि यह सीधा जीवन की पुष्टि नहीं है, बल्कि यह संभावित बायोसिग्नेचर (जीवविज्ञान से जुड़े संकेत) है जिसे आगे और जांच की आवश्यकता है।
महासागर होने की संभावना
के2-18बी एक ऐसा ग्रह हो सकता है, जहां महासागर और हाइड्रोजन-युक्त वायुमंडल हो सकता है। यह सूक्ष्मजीवों के लिए उपयुक्त हो सकता है। यह ग्रह अपनी रहने योग्य जोन में स्थित है, यानी ऐसे क्षेत्र में जहां तरल पानी मौजूद हो सकता है, जो जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इस ग्रह पर जीवन है, तो यह सूक्ष्मजीवों के रूप में हो सकता है।
