तेल अवीव/नई दिल्ली। इजरायल के हमलों का जवाब देते हुए ईरान ने शुक्रवार देर रात पूरे इजरायल पर 100 से ज्यादा मिसाइल हमले किए। हमलों के बाद पूरे देश में हवाई हमलों के सायरन बजने लगे।
हमलों के बाद इजरायल ने तुरंत अपनी हवाई सुरक्षा प्रणालियों को अलर्ट कर दिया। इजरायल का डिफेंस सिस्टम हवा में ही ईरानी मिसाइलों को तबाह कर रहा था। कई इलाकों में मिसाइलों का मलबा गिरने से आग लग गई। तेल अवीव के कुछ स्थानों पर नागरिकों ठिकानों पर नुकसान भी हुआ। देर रात तेल अवीव के कई इलाकों में धुआं उठते देखा गया। एक इमारत में कुछ लोग हमलों के बाद फंस गए, जिनको इजरायली सेना ने बचाने के लिए अभियान चलाया। अधिकारियों ने ऐलान किया, लोग बंकरों में चले जाएं। इजरायली मीडिया के अनुसार, तेल अवीव इलाके में हमलों के बाद करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। सात स्थानों पर लोगों के घायल होने की खबर है। ईरान की मीडिया ने भी पुष्टि की कि ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागी हैं। ईरान ने देर रात इजरायल के दो सैन्य विमानों को गिराने और पायलटों को हिरासत में लेने का दावा किया। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उसके कोई विमान नहीं गिराए गए हैं। देर रात सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल-ईरान संघर्ष पर बात की। उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और अमेरिकी राष्ट्रपति ने बात की। स्टारमर ने बातचीत के आधार पर समस्या के समाधान पर जोर दिया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने देर रात कहा कि इजरायल ने युद्ध शुरू किया, उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उसे उसके अपराधों की सजा दी जाएगी। हम देश को गारंटी देते हैं कि हमारी प्रतिक्रिया अधूरी नहीं होगी। खामेनेई ने कहा कि ईरानी सेना इजरायल के लिए दयनीय स्थिति पैदा कर देंगी। उसने जो गुनाह किया है, उसका खामियाजा उसे भुगतना होगा। इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने ईरान के मिसाइल हमलों के बाद कहा कि ईरान ने नागरिकों ठिकानों पर हमला कर लाल रेखा पार कर ली है। उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी ।
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