महिला महाविद्यालय हल्द्वानी की नमामि गंगे और एनएसएस द्वारा शहर में स्थापित किए जा रहे हैं निःशुल्क प्याऊ

उत्तराखंड लाइव नैनीताल

पर्यावरणीय संरक्षण और जनकल्याण की भावना को केंद्र में रखते हुए महिला महाविद्यालय, हल्द्वानी की नमामि गंगे इकाई एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के संयुक्त तत्वावधान में “स्वच्छ गंगा, शीतल जल – हम सबका यही संकल्प” अभियान के अंतर्गत नगर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर नि:शुल्क प्याऊ स्थापित किए जा रहे हैं।
इस अभियान का उद्देश्य गर्मी के मौसम में जनसामान्य को शीतल जल उपलब्ध कराना, जल के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना, तथा गंगा स्वच्छता व जल संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुँचाना है।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. आशा शर्मा ने कहा जल ही जीवन है, इस बात को व्यवहार में लाने का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। विद्यार्थियों के माध्यम से समाज में जल संरक्षण और गंगा स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जो चेतना उत्पन्न की जा रही है, वह एक प्रेरणादायक पहल है। यह प्रयास न केवल एक सेवा कार्य है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक मजबूत संदेश भी है।
नमामि गंगे इकाई नोडल अधिकारी, एवं राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. रितुराज पंत ने कहा गर्मी के मौसम में प्यासे राहगीरों को शीतल जल उपलब्ध कराना हमारी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी है। गंगा की निर्मलता केवल घाटों की सफाई से नहीं, बल्कि जल के प्रति जिम्मेदार व्यवहार से भी सुनिश्चित होती है। हम विद्यार्थियों के माध्यम से इस मुहिम को जनांदोलन में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डॉ0 पंत ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत नगर के और भी स्थानों को चिह्नित करने का कार्य स्थानीय एनजीओ द्वारा किया जाएगा और नमामि गंगे एवं राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा उन क्षेत्र आदि में प्याऊ स्थापित किए गए हैं, जिनका संचालन और देखरेख एनजीओ और स्वयंसेवी छात्राओं द्वारा किया जायेगा। डॉ0 रितुराज पंत ने बताया कि बेजुबानों के लिए भी प्याऊ चिन्हित करने का कार्य चल रहा है जिसके बाद नमामि गंगे और राष्ट्रीय सेवा योजना के सहयोग से उनके लिए भी शीघ्र प्याऊ की व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने इस मुहिम में अपना विशेष सहयोग देने के लिए हल्द्वानी ऑनलाइन सहायता समूह के अध्यक्ष दिनेश लोशाली का विशेष आभार जताया। दिनेश लोशाली ने कहा कि यह पहल महाविद्यालय की सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना, पर्यावरणीय जागरूकता और सहभागिता की सुंदर मिसाल है।

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