गृह युद्ध से म्यांमार को बचाए संयुक्त राष्ट्र

अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र।
गृहयुद्ध के कगार पर पहुंचे म्यांमार को बचाने की कोशिश करनी चाहिए। दक्षिणपूर्व एशियाई देशों और संयुक्त राष्ट्र के राजदूतों की हुई बैठक में चीनी राजदूत झांग जुन ने यह मांग उठाई है।
म्यामांर में पिछले साल सेना ने तख्तापलट कर आंग सान सूकी को हिरासत में ले लिया था। म्यांमार के मुद्दे पर शुक्रवार देर शाम दक्षिण पूर्व एशिया के दस देशों और संयुक्त राष्ट्र के नए राजदूतों के बीच एक बंद कमरे में बैठक की गई थी। आसियान देशों ने म्यांमार को संकट को उबारने के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा है। उनके इस प्रस्ताव पर चीनी राजदूत झांग जुन ने कहा कि उनके देश का मानना है कि आसियान को ”महत्वपूर्ण भूमिका” निभानी चाहिए। चीनी राजदूत ने कहा कि म्यांमार में क्षेत्रीस समूह के दूत सोकखोन ने शुक्रवार को परिषद को बताया कि सदस्य देशों को म्यांमार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, ”विशिष्ट राजनीतिक संरचना” और उस संरचना में सेना द्वारा निभायी जाने वाली भूमिका को समझना होगा और ”केवल उसी के आधार पर हम कोई समाधान निकाल सकते हैं।” झांग ने कहा कि चीन हुन सेन द्वारा किए गए प्रयासों का स्वागत करता है। अक्टूबर में कंबोडिया ने आसियान की अध्यक्षता संभाली और दिसंबर में प्रधानमंत्री हुन सेन ने देश के विदेश मंत्री प्राक सोकखोन को म्यांमार के लिए क्षेत्रीय समूह का दूत नियुक्त किया। हुन सेन सेना के सत्ता छीनने के बाद खुद म्यांमार गए और ऐसा करने वाले वह पहले विदेशी नेता बने।

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