महाराष्ट्र में खिलेगा कमल या दहाड़ेगा शेर

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नई दिल्ली। टीएलआई
महाराष्ट्र की सियासत किस करवट बैठेगी अभी समय के गर्भ में है। क्या कमल खिलेगा या दहाड़े शेर। सुप्रीम कोर्ट में रविवार सुबह हुई सुनवाई के बाद बेशक भाजपा को कुछ समय मिल गया है, लेकिन एनसीपी के चाचा-भतीजे का समीकरण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। ऐसे में नंबर गेम को लेकर अब भी संशय बरकरार है।
रविवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद सभी पक्षों को नोटिस जारी कर दिया है। वहीं सोमवार को सुबह इस मामले में सुनवाई होने है। सुप्रीमकोर्ट मेंसुनवाई के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा विधायकों संग बैठक की। बैठक में एकमत से सभी ने कहा कि सरकार सदन में विश्वास मत हासिल करेगी। बैठक के बाद भाजपा के वरिष्ठ विधायक आशीष शेलार ने बताया कि सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व में विश्वास जताया है। विधानसभा में पार्टी अपना बहुमत सिद्ध करेगी। उन्होंने दावा किया कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में पूरे पांच साल काम करेगी। हम आसानी से फ्लोर टेस्ट पास करेंगे।
उधर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी रविवार को एनसीपी और शिवसेना के विधायकों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि शरद पवार से भी उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की। उन्होंने एनसीपी विधायकों से कहा कि किसी दबाव में न आएं। उद्धव ने शिवसेना विधायकों से कहा कि मिलकर रहें क्योंकि इस भागदौड़ में कोई उनका फायदा उठा सकता है। वहीं सबसे ज्यादा उतारचढ़ाव एनसीपी में आया है। अजित पवार को विधायक दल के नेता के पद से हटाने के बाद उन्होंने कहा कि मैं अभी एनसीपी में ही हूं और हमेशा रहूंगा। हमारे लीडर शरद पवार ही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा भाजपा-एनसीपी गठबंधन पांच वर्षों के लिए महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार प्रदान करेगा। सरकार राज्य और लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम करेगी। वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने भतीजे को जवाब देते हुए कहा कि भाजपा से हमारा गठबंधन नहीं है। एनसीपी का गठबंधन शिवसेना और कांग्रेेस के साथ है।
इसी बीच युवा स्वाभिमान पार्टी के विधायक रवि राणा ने ट्वीट कर सनसनी फैला दी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार से मिलकर मैंने उन्हें बधाई दी है। राज्य में अब अच्छे सीएम और डिप्टी सीएम हैं। भाजपा के समर्थन में 175 से अधिक विधायक होंगे। शिवसेना में जो कुछ हो रहा है उससे यह और भी अधिक बढ़ जाएगा।

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