एसी कमरों में बैठने वाले 6000 रुपये का महत्व नहीं जानते : मोदी

दिल्ली दिल्ली लाइव देश राजधानी राज्य राष्ट्रीय

लेह/नई दिल्ली | नीलू सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की कृषक आय योजना की आलोचना करने पर विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा,दिल्ली में एसी कमरों में बैठे लोग दूरदराज और दुर्गम इलाकों में रहने वाले गरीब किसानों के लिए 6000 रुपये के महत्व को नहीं जानते। मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए किसानों की कर्ज माफी का वादा करती है।
जम्मू-कश्मीर कई परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां अधिकतर किसान इस मानदंड को पूरा करते हैं। उन्हें सालाना 6000 रुपये मिलेंगे। तीन किश्तों में यह राशि दी जाएगी और पहली किश्त जल्द पहुंचेगी। मैं रविवार को राज्य सरकार को नीति निर्देश भेजूंगा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजना है। दिल्ली में वातानुकूलित कमरों में बैठे लोग नहीं समझते कि देश के दूरदराज और दुर्गम इलाकों में रहने वाले गरीब किसान के लिए 6,000 रुपये का क्या मतलब है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी कार्य संस्कृति अलग है। देश लटकने और भटकने की संस्कृति को पीछे छोड़ चुका है। मुझे आने वाले पांच सालों में देश से इस संस्कृति को समाप्त करना है। उन्होंने कहा,सरकार उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जिन्हें विकास का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार ने बंजारा जनजातियों के लिए भी बड़ा फैसला लिया है, जिन तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचना मुश्किल होता है।
कृषि ऋण माफी के कांग्रेस के वादे पर निशाना साधते हुए मोदी ने रविवार को कहा कि विपक्षी पार्टी केवल चुनाव जीतने के लिए इस तरीके को अपनाती है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने 2008-09 में छह लाख करोड़ रुपये के कृषि ऋण में छूट का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद केवल 52,000 करोड़ रुपये की ही कर्ज माफी की।
मोदी ने कहा, कैग की रिपोर्ट में पता चला कि इसमें करीब 30-35 लाख ऐसे लोगों का कृषि ऋण माफ किया गया, जो इसके पात्र ही नहीं थे। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कृषिद ऋण माफी के फैसले पर चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लाभार्थियों को
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार जम्मू-कश्मीर के लद्दाख को हजारों करोड़ रुपये की सौगात दी। उन्होंने लद्दाख की पहली यूनिवर्सिटी और एयरपोर्ट टर्मिनल की आधारशिला रखी। इसके साथ ही उन्होंने 2000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार लेह-कारगिल ट्रांसमिशन लाइन का लोकार्पण किया। बता दें कि केंद्र ने राज्य के लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
मोदी ने यूनिवर्सिटी ऑफ लद्दाख’ की आधारशिला रखने के मौके पर कहा कि लद्दाख के पास अब पहला क्लस्टर विश्वविद्यालय है। इससे लेह, करगिल, नुब्रा, जंस्कर, द्रास और खलतसी के डिग्री कॉलेज संबद्ध हैं। लेह और कारगिल में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय होंगे। मोदी ने कहा कि लेह की जलवायु इतनी अच्छी है कि अगर हम अच्छे शिक्षण संस्थान बनाएं, तो पूरे भारत के नौजवान यहां पढ़ने के लिए आना चाहेंगे। बता दें कि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने 15 दिसंबर को लद्दाख क्षेत्र में पहले विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी थी।
प्रधानमंत्री ने लेह में कुशोक बाकुला रिम्पोची हवाईअड्डे की नई टर्मिनल इमारत की भी आधारशिला रखी। उन्होंने लद्दाख में नए पर्यटक और ट्रैकिंग मार्गों का भी उद्घाटन किया। चुनावों से कुछ दिन पहले मोदी ने यह भी कहा कि वह आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं, उनका उद्घाटन करने भी आएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इलाके में बिजली की समस्या को कम करने वाली 2000 करोड़ रुपये की लेह-कारगिल ट्रांसमिशन लाइन की आधारशिला उन्होंने रखी थी और इसका उद्घाटन भी वह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे और एयरवेज के माध्यम से क्षेत्र से संपर्क का विस्तार कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *