तेल अवीव। ईरान-इजरायल के बीच पिछले चार दिन से संघर्ष जारी है। दोनों देश एकदूसरे पर लड़ाकू विमानों, मिसाइलें और ड्रोन से हमला कर रहे हैं। इस तनाव के बीच सोमवार को ईरान ने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) से बाहर निकलने की धमकी दी। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने कहा कि उनकी संसद एनपीटी से बाहर निकलने के लिए एक विधेयक तैयार कर रही है। उन्होंने कहा, ईरानी सांसद जल्द प्रस्ताव तैयार कर संसद में पेश करेंगे। इस दौरान बाघई ने परमाणु हथियार विकसित करने के खिलाफ तेहरान के आधिकारिक रुख को भी दोहराया। इस दौरान राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भी दोहराया कि परमाणु हथियार सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के धार्मिक आदेश के विरुद्ध हैं।
बता दें, एनपीटी को ईरान ने 1970 में अनुमोदित किया था। यह संधि देशों को असैन्य परमाणु ऊर्जा को आगे बढ़ाने के अधिकार की गारंटी देता है, जिसके बदले में उन्हें परमाणु हथियारों का त्याग करना होगा और संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था आईएईए के साथ सहयोग करना होगा। पिछले हफ्ते इजरायल ने यह आरोप लगाते हुए ईरान पर हमले शुरू किए कि वह परमाणु बम बनाने की कगार पर है। हालांकि, ईरान ने हमेशा कहा कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है। लेकिन आईएईए ने पिछले सप्ताह घोषणा की कि तेहरान अपने एनपीटी दायित्वों का उल्लंघन कर रहा है। ईरान ने इजराइल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई और 92 घायल हो गए। ईरान ने कहा कि उसने लगभग 100 मिसाइलें दागीं। वहीं इजराइल ने दावा किया कि उसने तेहरान पर हवाई नियंत्रण हासिल कर ली है और उसके विमान अब बिना किसी बड़े खतरे का सामना किए तेहरान के ऊपर उड़ान भर सकते हैं। इस बीच, इजरायल के रक्षा मंत्री ने तेहरान पर और बमबारी करने की धमकी दी। लगातार हमलों के बाद तेहरान के लोगों के पलायन की सूचना मिली है, जिससे राजधानी से बाहर की सड़कें जाम हो गई हैं। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमलों में ईरान में 224 लोग मारे गए हैं, जिनमें से 90 फीसदी नागरिक थे और 1,400 से अधिक घायल हुए हैं।वहीं इजराइल ने कहा कि शुक्रवार से अब तक ईरान ने 370 से ज्यादा मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं, जिसके कारण अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इजराइली सेना ने कहा कि हमलों के जवाब में उसके लड़ाकू विमानों ने तेहरान में ‘कुद्स फोर्स’ से जुड़े 10 कमांड सेंटरों पर हमला किया है। अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि एक मिसाइल तेल अवीव में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास गिरी, जिससे मामूली क्षति हुई है। अमेरिका के किसी भी कर्मचारी को कोई चोट नहीं आई है।