त्योहारों की आड़ में अव्यवस्था व अराजकता बर्दाश्त नहीं : योगी

उत्तरप्रदेश लाइव मुरादाबाद राष्ट्रीय लखनऊ

लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
पर्वों व त्योहारों की आड़ में अराजकता व अव्यवस्था फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। त्योहारों पर होने वाले आयोजनों के संबंध में धर्मगुरुओं के साथ-साथ जन प्रतिनिधियों के साथ भी संवाद स्थापित किया जाए। पूजा-पंडालों व रामलीला मंचन के आसपास साफ-सफाई व सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जाएं। विसर्जन मार्ग सहित अन्य सड़कें गड्ढामुक्त रहें। सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों से वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिए।
नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, बारावफात व दीपावली आदि के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड पर नियंत्रण हुआ है, लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है। सभी आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन कराया जाए। निगरानी समितियां प्रभावी ढंग से कार्य करती रहें और सर्विलांस में किसी भी प्रकार की कोताही या शिथिलता न बरती जाए। बाहर से आने वाले लोगों की टेस्टिंग अनिवार्य रूप से कराई जाए। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर आयोजनों के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के संबंध में पहले से तैयारी कर ली जाए। नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ तस्करी, अवैध शराब, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व जनजाति महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर भी शीघ्रता से कार्रवाई हो। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए धान की खरीद पश्चिमी यूपी में शुरू हो गई है। कमिश्नर व डीएम के स्तर पर धान क्रय केंद्रों की समीक्षा की जाए। विगत वर्ष की संख्या से अधिक क्रय केंद्र खोले जाएं और इस संबंध में जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर लिया जाए। खरीद के लिए धनराशि की व्यवस्था कर दी गई है। बिचौलियों व आढ़तियों पर अंकुश लगाया जाए। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगे। पराली को निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में पहुंचाने से चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी और प्रदूषण पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गो-आश्रय स्थल में चारे, भूसे व पेयजल की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि दालों तथा खाद्य तेलों की कालाबाजारी व जमाखोरी पर अंकुश लगाया जाए। मूल्य वृद्धि पर भी नियंत्रण हो। पर्वों एवं त्योहारों के दौरान मिठाई व खाद्य सामग्री आदि में मिलावट सहित कालाबाजारी व जमाखोरी की स्थिति में दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इस मौके पर नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व डीजीपी मुकुल गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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