दिल्ली के 13 स्मारक लापता!

एनसीआर गुडगाँव दिल्ली दिल्ली लाइव नोएडा राजधानी राष्ट्रीय

नई दिल्ली। नीलू सिंह
दिल्ली में 174 ऐसे स्मारक हैं जो केंद्र सरकार द्वारा संरक्षित हैं। इनमें से 13 स्मारक लापता हो गए हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया अपनी आधिकारिक ‘मिसिंग’ लिस्ट को अपडेट करने में नाकामयाब रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, 2014 में एआई के दिल्ली सर्किल द्वारा तैयार की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि मिसिंग लिस्ट में से कम से कम 4 स्मारक मिल गए हैं। लेकिन अभी तक ऑफिशल लिस्ट में यह जानकारी अपडेट नहीं की गई है। गायब हुए स्मारकों को पता लगाने की कवायद तब शुरू हुई जब कंपट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ने राष्ट्रीय धरोहरों के खराब देखरेख के लिए एएसआई को लताड़ा। गायब हुए स्मारकों को दिल्ली सर्किल और मिनी-सर्किल के बीच बांट दिया गया। दिल्ली सर्किल में 4 गायब स्मारक लिस्टेड हैं। इनमें निजामुद्दीन में तीन गुंबदों वाला एक मकबरा, महरौली में शम्सी तालाब के नाम से जाने वाली एक मस्जिद और मुनिरका में दो अनाम मस्जिद शामिल हैं। वहीं मिनी सर्किल में गायब हुए एएसआई स्मारकों की संख्या 9 है। इनमें शेर शाह की दिल्ली के मोती गेट समेत नजफगढ़ के पास फूल चादर, अलीपुर कब्रिस्तान, बाराखंभा कब्रिस्तान और निकोलसन की मूर्ति समेत दूसरे स्मारक शामिल हैं।
इस दौरान इनमें से कुछ जगहों को मिसिंग लिस्ट से हटा दिया गया है। एक अधिकार ने बताया, ‘जोगाबाई टीला मिसिंग के तौर पर लिस्टेड था, लेकिन एआई ने शाहीन बाग के सघन इलाके में इसका पता लगा लिया। इसे चिन्हित किया गया और फिर लिस्ट से हटा दिया गया। निजामुद्दीन में नीली छतरी को भी इसी तरह लिस्ट से हटाया गया और चिन्हित किया गया।’ हालांकि सूत्रों ने कहा कि कई ऐसे स्मारक हैं जिनकी पहचान कर ली गई है और उन्हें लिस्ट से हटाने की जरूरत है। एआई के अधिकार ने कहा, ‘गोल्फ कोर्स के अंदर तीन गुंबदों वाले एक मकबरा है। मोती और शेर शाह गेट ड्यूल नोटिफिकेशन वाले एक ही स्मारक हैं। इसी तरह, शम्सी तालाब और हौज-ए-शम्सी के लिए भी ड्यूल नोटिफिकेशन जारी हुईं थीं। निकोलसन की मूर्ति आयरलैंड में है और इसका पता लगा लिया गया है। केंद्र ने 1960 के दशक में इसे तोहफे में दिया था। निकोलसने के प्राइमरी स्कूल में आज यह मूर्ति लगी हुई है।’ कुछ स्मारक जो सही में गायब हैं, उनमें फूल चादर और इंचा वाली गुमटी शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *